क्षेत्रिय विधायक मास्टर भंवरलाल ने शनिवार को आयोजित उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों की एक समीक्षात्मक बैठक में बिजली,पानी सहित क्षेत्र की कानून व अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की। तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में विगत कई माह से चरमराई पेयजल समस्या को लेकर पूर्व शिक्षामंत्री ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा की संसाधनो की भरमार होने के बावजूद सर्दी के मौसम में भी स्थिति लगातार बिगड़ रही है तो फिर आगे गर्मी के मौसम में क्या हालात होंगे।
पेयजल संकट को गंभीरता से लेते हुए मेघवाल ने कहा की ऐसे नहीं चलेगा इसमें किसी भी प्रकार कि कैताही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्थानीय विद्यायक ने जल्द ही पेयजल व्यवस्था को सुधारने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इस मौके पर पूर्व शिक्षा मंत्री ने उपखण्ड अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण व शहरी पेयजल समस्या की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करें। वहीं दूसरी ओर विभाग के अधिकारी अपने रटेरटाये जवाब के साथ अपनी कमजोरियों को ढ़ांपने का प्रयास करते रहे।
बैठक में मंगलुणा फेस 2 व सिकराणा ताल की फैल हुई योजना के बाद भींवसर में एसआर की एक करोड़ की योजना में दो नए ट्यूबवैल बनाकर धां, मींगणा, लोढ़सर, व खदाया सहित अनेक गांवों में नियमित पेयजल आपूर्ति की बात कही। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य लक्ष्मीनारायण स्वामी व शोभासर के उप सरपंच भागीरथ डूडी ने गत कई दिनों से ग्राम पंचायत क्षेत्र में पेयजल किल्लत बताई।
इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी चिमनलाल मीणा, जिप सदस्य पूसाराम गोदारा, धर्मेन्द्र किलका, बीदासर तहसीलदार एसआर वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक नितेश आर्य, अधिशासी अभियंता जेआर नायक, राधेश्याम अग्रवाल, पूर्व जिला प्रमुख भंवरलाल पुजारी, सूररजाराम ढ़ाका, भागीरथ डूकिया पंस सदस्य नानूराम ढ़ाका, पार्षद बाबूलाल कुलदीप, महबूब व्यापारी, रामावतार मंगलहारा, लालचंद शर्मा, बीदासर के पूर्व चैयरमेन मेघराज सांखला व तिलोकसिंह राव व बिजली, पानी, सानिवि सहित अन्य विभागों के अधिकार मौजूद थे।