सोना देवी सेठिया पीजी कन्या महा विधालय के सभाकर में स्थानीय राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देशा नुसार स्थानीय ताल्लुका विधिक साक्षरता समिति के तत्वाधान में विधिक साक्षरता सप्ताह के तहत विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन बाल दिवस पर प्राचार्या संतोष व्यास की अध्यक्षता में किया गया ।
अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विश्वबंधू ने शिविर में उपस्थित छात्राओं एवम व्याख्याताओं को सम्बोधित करते हुए संविधान में प्रदत दस कर्तव्यों की जानकारी देते हुए कहा की अधिकारों की मांग से पहले हमें अपने कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक रहना चहिये । मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विश्वबंधू ने बताया की देश में जो कानून ह जिन्हें हमारी संसद और विधानसभाओं ने बनाया ह उनकी जानकारी होनी चाहिए ।
उसके बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेश कुमार दडिया ने बताया की हमारा सामाजिक ताना-बना इस प्रकार का हैं हम एक दुसरे पर निर्भर हैं और इस निर्भरता के आधार पर सफलताओं की नई ऊँचाइयों को छु रहे हैं ।राजेश कुमार ने कहा कि अपराध वही ह जिसे आपकी अंतरात्मा गलत बताती हैं और जिसे आपकी अंतरात्मा सही बताती हैं उसकी कम को करना चहिये ।
जहा कानून व्यवस्था नहीं होती हैं वहा पर अविश्वाश और असंतोष का वातावरण पैदा हो जाता हैं । दायित्व और कतव्ये के बीच के अंतर को समझाते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेश कुमार दडिया ने बाल विवाह, दहेज प्रताड़ना, भ्रूण हत्या आदि कुरीतियों को समाप्त करने का आहान कन्ने के लिए आगे आने इन सामाजिक बुराइयों के लिए संकल्प ले । अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित का कार्य क्रम का शुभारंम्भ किया । प्राचार्या संतोष व्यास ने न्यायिक अधिकारीयों का आभार तथा छात्र संघ अध्यक्षा मनोज जानू ने धन्नवाद दिया ।