सुजानगढ़. एनके लोहिया स्टेडियम में दयावती देवी मदनलाल अरोड़ा की स्मृति में गोसेवार्थ चल रही संगीतमय श्रीराम कथा के तीसरे दिन शनिवार को भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का प्रसंग हुआ। कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और श्रीराम के जन्म की मिठाइयां वितरित की गईं।
इस अवसर पर व्यास पीठ पर विराजमान संत मुरलीधर महाराज ने रामलला के जन्मोत्सव की महिमा का वर्णन किया तो श्रोताओं ने बड़ी तन्मयता से इसका रसपान किया। राम जन्मोत्सव आधारित भजनों से माहौल भक्तिमय हो गया।
इस अवसर पर कथावाचक ने राम के चरित्र का विस्तार पूर्वक वर्णन कर श्रोताओं को गुरु शिष्य परंपरा की महिमा का बखान करते हुए बताया कि अगर शिष्य पवित्रता और सुह्रद्य से गुरू के आदेशों व सिद्धातों की अनुपालना करे तो निर्गुणी गुरु भी महान हो जाता है। कथा के दौरान संत मुरलीधर ने गोसेवक बनने व गोवंश के संरक्षण और पालन पर बल दिया।