सुजानगढ़ : सरकारी अस्पताल के पास थित बोथरा कोटेज में गत दिवस को अज्ञात हमलावर द्वारा की गई वृद्ध महिला की नृशंस हत्या के मामले में जिला पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण खिंची ने शनिवार की रात्रि को घटनास्थल पर पहुँचकर मौका मुआयना किया गया व घटना के बारे में जानकारी ली। खिंची ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों से विभन्न प्रकार की जानकारी ली तथा तथ्यों की बारिकी से जाँच करने के आदेश देते हुए शीघ्र ही घटना का पटाक्षेप करने के निर्देश भी दिये। बाद में जिला पुलिस अधीक्षक ने पत्रकारों को सम्बोधित भी किया। इस अवसर पर उपपुलिस अधीक्षक नीतेश आर्य, छापर थानाधिकारी पुष्पेंद्र झाझड़िया सहित अन्य कई पुलिसकर्मी उपस्थित थे।
एसपी खिंची ने बताया कि जिस प्रकार से घटनास्थल पर परिस्थितियों से यह साफ जाहिर है कि हत्या कारित करने का उद्देश्य लूट नहीं थी बल्कि अज्ञात व्यक्ति अलमारी के लोकर में रखी कोई विशेष चीज या कोई दस्तावेजात को लेने के उद्देश्य से ही आया था और इसी दौरान उसने यह नृशंस हत्याकाण्ड कारित किया है।
खिंची ने बताया कि जिस प्रकार से आस-पास के लोगों ने बताया है कि उक्त महिला की सम्पत्ति बहुत ज्यादा है और काई सगी औलाद भी उसके नहीं है। जिस प्रकार से वह अपने आप को उपर की मंजिल पर ताले में बन्द सुरखित रखती थी, उससे ऐसा जाहिर होता है कि उसको आशंका हो गई होगी कि उसकी जान को खतरा हो सकता है। हत्या करने वाला व्यक्ति भी लूट के इरादे से न आकर आलमारी के लॉकर में रखी कोई विशेष वस्तु को लेने के लिए ही आया था। क्योंकि मृतका के गले में सोने की चैन व अन्य कीमती सामान भी यथावत ही मिला है। अलमारी व अंदर के लॉकर की चाबी से ही खोला गया है। एसपी ने मृतका के किसी रिश्तेदार या स्थानीय व्यक्ति के उक्त नृशंस हत्याकांड में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया।
मौके पर पाया गया कि गद्दे पर मिली मृतका मोहनीदेवी के सिर पर धारदार हथियार से काफी वारकर उसकी हत्या की गई है। उसके बाद भी उसका दम नहीं टूटा और उसने संघर्ष किया तो सफेद रंग के साड़ीनुमा कपड़े से उसका गला घोंटा गया है, जिससे उसका दम घुट गया और उल्टी भी हो गई और वह मर गई।
—सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि उक्त वृद्धा जब अपने आप को ताले में बंद रखती थी तो अज्ञात हत्यारा आया किधर से। और उस अज्ञात हत्यारे का उस समय विशेष के दौरान ही आना जब उस वृद्धा के पास कोई आता-जाता न हो या कोई घर में न हो। ये सारी बाते जाहिर करती हैं कि या तो हत्यारे को घर की पस्थितियों के बारे में पहले से जानकारी थी या किसी ने उसको इन सारी बातों की सूचना दी थी।
एडीशनल जिला पुलिस अधीक्षक अनिल ने भी रविवार को घटनास्थल पर आकर मौका मुआयना किया व तथ्यों की जाँच कर पुलिस अधिकारियों को कार्यवाही के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये। मौके पर सबूतों को इकट्ठा करने के लिए रविवार को सुबह जिला मुख्यालय चूरू से एफएसएल टीम भी पहुँची तथा विभिन्न चीजों पर फिंगर प्रिन्ट व नमूने लिए तथा फोटोग्राफ लिये।
मृतका मोहनीदेवी का शव का आवश्यक कानूनी कार्यवाही के बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर लाश परिजनों को सुपुर्द कर दी गई है तथा उसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
मृतका के नाती संदीप पुत्र विजयसिंह डोसी निवासी सागर मार्ग सुजागनढ़ ने पुलिस थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाकर बताया है कि अज्ञात हत्यारों ने उसकी नानी की हत्या कर दी।
उप पुलिस अधीक्षक नीतेश आर्य ने बताया कि मामले में त्वरित कार्यवाही के लिए दो अलग-अलग टीमों का गठन छापर थानाधिकारी पुष्पेंद्र झाझड़िया, सालासर थानाधिकारी सत्येन्द्र के नेतृत्व में किया गया है जो अज्ञात हत्यारे या हत्यारों की तलाश में जुटे हुए है।