सुजानगढ.: स्थानीय पंचायत समिति सभागार में प्रधान नानीदेवी गोदारा की अध्यक्षता व जिला परिषद सदस्य पूसाराम गोदारा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक में जनप्रतिनिधियों ने पानी की सप्लाई सुचारू करवाने तथा बंद पङे ट्यूबवैलों को शुरू करवाने की मांग को लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों को आङे हाथों लिया। बैठक प्रारम्भ होने के कुछ देर बाद ही एक-एक कर जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की पेयजल समस्या को उठाना शुरू कर दिया, जिनका जवाब जलदाय विभाग के अधिकारियों द्वारा ना निगलते बन रहा था और ना ही उगलते बन रहा था। विभाग के कर्मचारियों की लापनवाही के कारण जलदाय विभाग के अधिकारियों की हालत सदन में देखने लायक थी। बैठक में जनप्रतिनिधियों के सवालों के बीच पूर्व प्रधान तथा जिला परिषद सदस्य पूसाराम गोदारा ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को आङे हाथों लेते हुए कहा कि पश्चिमी क्षेत्र के गाँवों में कई ट्यूबवैल बन्द पङे हैं तथा गाँवों की सिकराणा ताल, सेठों की ढाणी, मंगलुणा आदि स्कीमें बंद होने की वजह से पूर्वी गाँवों में भी पेयजल संकट छाया हुआ है। कई गाँवों में पानी की सप्लाई ना होने की शिकायत हुई। पूसाराम गोदारा ने कहा कि अवैध कनेक्शन को काटा जावे तथा अवैध कनेक्शन करने वालों के खिलाफ मुकदमें दर्ज कराये जावे। साथ ही कुओं की जली हुई मोटरों को ठीक कराने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी कहा कि मोटरें ठीक करने का कार्य छापर के ठेकेदार को नहीं दे गौरतलब है कि इस ठेकेदार को हटाने के लिए पूर्व में शिक्षामंत्री मा. भंवरलाल व प्रभारी गुरमित सिंह कुन्नर तक भी कह चुके है। परन्तु ये ठेकेदार क्यों नहीं हट रहे है? गोदारा ने स्पष्ट रूप से कहा कि शाम होने से पहले ही ठेकेदार को ठीक करने दी गई मोटरों को वापस मंगवाकर सुजानगढ. या बीदासर के किसी अन्य व्यक्ति को ठीक करवाने के लिए दी जावे। जिस पर जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियन्ता जे.आर. नायक ने सुजानगढ. के व्यक्ति से मोटरे ठीक करवाने का आश्वासन दिया। गोदारा ने नरेगा योजना को भी भ्रष्टाचार से मुक्त रखने का आहान किया तथा कार्यो की पारदर्शिता बरतने की अपील की। बैठक मे नायब तहसीलदार मूलाराम, विकास अधिकारी मूलाराम चौधरी, नेरगा कार्यक्रम अधिकारी ताराचन्द सैनी, प्रगति प्रसार अधिकारी विद्याधर पारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।