राजस्थानी भाषा को नहीं मिल रही अपने ही प्रदेश की मान्यता

सुजानगढ.: स्थानीय बंगाल मैत्री परिषद कोलकाता के उपाध्यक्ष बाबूलाल दुग्गङ ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार राजस्थानी भाषा को अपने प्रदेश में मान्यता देने पर विचार कर रही है। राजस्थान बंगाल मैत्री परिषद इसके लिए प्रयासरत है। दुग्गङ ने बताया कि प. बंगाल सरकार से मिल प्रतिनिधि मण्डल अध्यक्ष शिशिर बाजोरिया व सचिव नारायण जैन शामिल थे। प्रतिनिधि मण्डल ने राजस्थानी भाषा, कला, साहित्य और संस्कृति के जुङे आंकङे प. बंगाल सरकार को प्रदान किये। प. बंगाल सरकार ने आश्चर्य व्यक्त किया कि ऐसी प्राचीन और समृद्ध भाषा को मान्यता प्रदान ना करना एक बङी भूल बताया है। दुग्गड ने बताया कि कोलकाता में राजस्थान भवन निर्माण के लिए परिषद को न्यू टाऊन राजार कोलकाता में एक एकङ जमीन भी प. बंगाल सरकार को प्रदान की है।

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