छापर:
रविवार व सोमवार को हुई हल्की बारिश के कारण तालछापर अभयारण्य में हिरण मारे गये। बारिश के कारण हुए किचङ में इधर उधर भागने के कारण हिरण किचड. में फँस गये और एक बङी संख्या में हिरणों की मौत हो गयी है। बुधवार को सुबह डॉ. पवन, डॉ. गोविन्द द्वारा मृत हिरणों का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद हिरणों को दफना दिया गया। पिछले वर्ष भी बारिश के कारण बङी संख्या में हिरणों की मौत हो गयी थी। पीपुल फोर इनीमल्स के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जालू ने कहा है कि वन्य जीवों के लिए राज्य व केन्द्र सरकार की और से पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है फिर भी वन विभाग की लापरवाही, व उदासीनता के चलते इस प्रकार के प्राकृतिक हादसों के कारण ऐसी घटनाओं का होना वन विभाग के कर्मचारियों की कार्यप्रणाली के प्रति सोचने को मजबूर करता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक 41 हरिणों के मृत पाये जाने की खबर मिली है।