
शनि जयन्ति के अवसर पर सोमवार को शनि मन्दिरों में भारी भीड़ लगी रही। सोमवती अमावस्या एवं शनि जयन्ति के संयोग पर सोमवार सुबह से शनि मन्दिरों में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर रात तक अनवरत जारी रहा। शनि जयन्ति के अवसर पर शनि मन्दिरों में आर्कषक सजावट की गई। इस अवसर पर मन्दिरों में भजन संध्या का भी आयोजन किया। हनुमान धोरा स्थित शनि मन्दिर में भाटी म्यूजिकल पार्टी द्वारा सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। राजूसिंह भाटी द्वारा गणेश वन्दना से शुरू की गई भजन संध्या में शनिदेव के एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियों ने शनिभक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भाटी ने शनि की कृपा जिस पर, शनि से बढ़कर कौन, महाराणा प्रताप, शिवजी, हनुमान जी और मां भवानी के भजनों की शानदार प्रस्तुतियां दी।
आकाशवाणी कलाकार राजेन्द्र शरणोत ने मां दूर्गा व कृष्ण भगवान के भजनों की प्रस्तुतियां दी। रतन भारतीय ने म्हनै घोड़लियो मंगवा दे म्हारी मां की प्रस्तुति दी। हरिश कत्थक ने सामाजिक जागृति से ओत-प्रोत भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। कार्यक्रम में ऑरगन पर राधेश्याम, तबले पर प्रवीण गंगानी, ढोलक पर लखन, मंजीरा पर जोगी कत्थक ने संगत की। कार्यक्रम में मन्दिर के पुजारी शिवदयाल भार्गव ने शनि देव की आरती की तथा कलाकारों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस अवसर पर गौरीशंकर भार्गव, फकीरचन्द, बूलाराम, महेश कुमार, संदीप डोसी, सुनील पटेल, नरेन्द्र प्रजापत, कुलदीप भाटी, विजय सोनी, पूनम सोनी, रमेश सोनी, जितेन्द्र भार्गव, सुभाष गुर्जर सहित अनेक शनि भक्त उपस्थित थे।
संचालन रतन भारतीय ने किया। इसी प्रकार नाथो तालाब रोड़ स्थित शनि मन्दिर में भी शनि जयन्ति के उपलक्ष में भजन संध्या का आयोजन किया गया। इस अवसर शनि देव का फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया। मन्दिर के पुजारी मदनलाल भार्गव ने बताया कि भजन संध्या में मनोज छापर, मा. सलीम, आदेश म्यूजिकल ग्रुप द्वारा भजनों की शानदार प्रस्तुतियां दी गई। आयोजन को सफल बनाने में जैसराज भार्गव, कुन्दनमल भार्गव, पुखराज भार्गव, मनोज भार्गव, राजकुमार भार्गव हरि भार्गव, लीलाराम भार्गव सहित अनेक शनि भक्तों ने अपना योगदान दिया।