स्थानीय सालासर रोड़ स्थित नया बस स्टैण्ड पर उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए मथुरा के प्रसिद्ध संत बाबा जयगुरूदेव जब तक चेतन में चेतन की पुजा नही होगी, तब तक ईश्वर की प्राप्ति नही होगी। बाबा ने कहा की अनमोल मानव शरीर परमात्मा का बनाया हुआ चेतन मंदिर है। इसको शुद्ध सात्विक रखना हमारा धर्म है।इसलिए प्राणी मात्र को शाकाहारी होना चाहिए। भगवत् प्राप्ति के लिए शाकाहारी बनने को आवश्यक बताते हुए बाबा जयगुरूदेव ने सत्संग में शाकाहार को ईश्वर प्राप्ति का सहज व आसान रास्ता बताया।
आध्यात्मिक ज्ञान की ओर अग्रसर करते हुए बाबा ने विभिन्न प्रकार के शारीरिक ध्यान करवाए।बाबा ने कहा की मानव शरीर ईश्वर भजन के लिए है, यह तभी साकार हो सकता है, जब हम शाकाहारी बनें। बाबा जयगुरूदेव ने कहा की सुनने का नाम भजन और देखने का नाम ध्यान है। अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन को सही नजरिये से देखता है तो वह व्यक्ति निश्चित रूप से अपने आप का ध्यान कर रहा है। सच्चे गुरू के बिना जीवन में प्रभु की प्राप्ति को अत्यंत दुष्रक कार्य बताते हुए बाबा ने कहा की भगवान की अखण्ड आकाशवाणियों को सुनते रहना भजन है। इसलिए पूर्ण गति प्राप