विदेशी कम्पनियों के भारत में आने को लेकर कल व्यापर मंडल के द्वारा सुजानगढ़ को प्रतिष्ठानों को बंद रखने का आनुरोद किया हैं । विदेशी कम्पनियों के आने से भारत के जो छोटे मोटे व्यापार करने वाले लोग हैं वो सब बेरोजगार हो जायेंगे । सरकार के द्वारा कंपनियों को मल्टी ब्रांड में 51 प्रतिशत और सिंगल ब्रांड में 100 प्रतिशत का विदेशी पूंजी निवेश करने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया हैं ।
संसदीय समिति के द्वारा की गई सिफ़ारिशो को तो दरकिनार करते हुए सरकार द्वारा विदेशी कंपनियों को खुदरा क्षेत्र में व्यापार करने की अनुमति देने का निर्णय केबिनेट में क्यों लिया गया जबकि अभी तो शीतकालीन सत्र चल रहा हैं । सरकार का कहना हैं की इसेसे कई लोगो को रोजगार मिलेगा बात सही हैं पर जितने लोगो को रोजगार मिलेगा उनसे कई ज्यादा लोग बेरोजगार हो जायेंगे जैसे फल सब्जी बेंचने वाले, रेहड़ी पटरी लगाने वाले, छोटे दुकानदार व मध्यम और छोटे व्यापारियों की तो रोजी रोटी छीन जाएगी उनका तो अपना पेट भरना भी मुश्किल हो जायेगा ।
सरकार को इतनी जल्दी फेसला नहीं लेना चाइये उन्हें कुछ लोगो की नहीं पुरे देश के बारे में सोचना चाइये । अब ये मामला संसद का नहीं रहा हैं हर एक उस व्यक्ति का हैं जो अपना पेट पालने के लिए छोटा व्यापार करता हैं । इसलिए ये मामला संसद से निकल कर सड़क पर आ गया हैं और आये भी क्यों नहीं इसका सीधा असर आम जनता खुदरा व्यापार पर ही पड़ रहा हैं इसलिए 1 दिसम्बर को भारत बाद का आहान किया गया हैं । सुजानगढ़ के लोगो ने भी इस बंद का समर्थन करते हुए 1 दिसम्बर को सुजागढ़ बंद का निर्णय लिया हैं ।