बदलाव लाने के लिए किसी बड़े प्रयास की नहीं छोटे-छोटे प्रयास ही काफी हैं और इसके लिए किसी ओर का इंतजार नहीं कर हमें ही आगे बढ़ कर पहल करनी होगी। इसी सोच को अपना ध्येय बनाते हुए स्काउटर जीवराजसिंह ने विश्व अस्थमा दिवस पर देवाणी की मेघवाल बस्ती स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय एवं खेल मैदान में लगे पेड़ों की देखभाल की और उनमें पानी डाला। लॉकडाउन एवं धारा 144 की पालना करते हुए विधालय की स्काउट युनिट के स्काउट्स की सहायता से पौद्यों की निराई-गुड़ाई कर उनमें पानी डाला गया तथा खेल मैदान में लगे पेड़ों की कंटीले कांटों से सुरक्षा की व्यवस्था की गई।
स्काउटर जीवराजसिंह ने बताया कि पर्यावरण में शुद्ध हवा होगी तो अस्थमा व अन्य रोग कम होंगे। इसलिए जितने अधिक पेड़-पौद्यें होंगे, हवा उतनी ही अधिक शुद्ध होगी। हम सबको अपनी सामथ्र्य के अनुसार प्रयास करना चाहिए, जिससे हमें और हमारी आने वाली पीढ़ी भी शुद्ध हवा में सांस ले सके। स्काउटर जीवराजसिंह ने बालाजी मन्दिर में बने चबूतरे पर पक्षियों के लिए चुग्गा, पानी और चींटियों के घर पर चून पंहूचाने का प्रयास किया।