शहर के वार्ड नं. 40 में रहने वाले एक परिवार को नींद ऐसी आई कि सुबह उठने के बाद उन्हे अपने घर में हुई चोरी का पता चला। भौजलाई रोड़ पर रहने वाले कालूराम जाखड़ ने बताया कि शुक्रवार की रात को वह अपने खेत पर था। पीछे पूरा परिवार घर पर ही सो रहा था। कालूराम की पत्नी ज्यानादेवी ने बताया कि घर की बाखल वह पंखा लगाकर, बेटा गोरधन बाहर के कमरे में कूलर लगा कर तथा अन्दर के कमरे में पुत्रवधु सुमनदेवी कुलर चला कर सो रही थी।
सुबह उठने पर घर की बाखल में आधार कार्ड सहित अन्य कागजात बिखरे हुए मिले, जिसके बाद सम्भालने पर बहु सुमनदेवी के कमरे में बक्से पर रखी अटेची और पर्स को चोर ले गये। अटेची में से एक रखड़ी सेट, दो मंगलसूत्र, एक सोने की चैन, कान का लूंग, दो सोने की अंगुठी, दस जोड़ी चांदी की पायजेब और डम्फर की किश्त के लिए पर्स में रखे हुए पचास हजार रूपये चोर चुरा कर ले गये। तलाश करने पर अटैची घर के पीछे स्थित बाड़ी में कीकर के पेड़ों में मिली, जिसमें चाबी लगी हुई थी। ज्यानादेवी ने बताया कि शुक्रवार शाम को ही उसकी पुत्री भी आई हुई थी। चोर घर की दीवार फांद कर अन्दर घुसे तथा एक कमरे की खिड़की के पास भी खड़े रहे, जहां पर उनके पदचिन्ह देखे गये हैं।
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पंहूची और उसने चोरी की जानकारी ली। समाचार लिखे जाने तक पुलिस थाने में मामला दर्ज नहीं हुआ। ज्ञात रहे कि गत पांच सितम्बर को होली धोरा में भी इसी प्रकार पति-पत्नी कूलर चलाकर सो रहे थे और चोरों ने वारदात को अंजाम देते हुए आलमारी से तीन सौ रियाल तथा दस हजार रूपये नगदी और एक जोड़ी कान के झूमर चुरा लिये थे और आलमारी घर के पीछे स्थित कीकर के पेड़ों के पास पड़ी हुई मिली थी।