शहर में जगह-जगह घुम रहे आवारा पशुओं से नगरवासी परेशान है। आवारा पशुओं के हमलों से विगत कुछ महीनों में जहां दो मौतें हो चूकी है, वहीं अनेक लोग घायल भी हो चूके हैं। इन्ही घायलों में से एक एड. बसन्ती खेतान ने अपने अधिवक्ता एड. निरंजन सोनी के माध्यम से नगरपरिषद के सभापति व आयुक्त्त, उपखण्ड अधिकारी सुजानगढ़ व जिला कलेक्टर के मार्फत राजस्थान सरकार को नोटिस भेज कर दो महीनों में आवारा व हिंसक पशुओं को पकड़ कर उन्हे बस्ती से दूर करने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर न्यायालय में आपराधिक एवं सिविल कानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी गई है।
नोटिस में बताया गया है कि शहर में आवारा साण्डों, गायों, सुअरों एवं बन्दरों का आतंक है, जिसके कारण नगरवासियों को अपने घरों से निकलते ही आवारा पशुओं का ध्यान रखना पड़ रहा है। आवारा पशुओं के कारण लोग भयभीत है तथा इनके हमलों से चोटिल हो रहे हैं। एड. बसन्ती खेतान ने बताया कि 08 जुन को वह अपने घर से एड. रजनीकान्त सोनी के कार्यालय जा रही थी, मुनेन्द्रा स्टूडियो के पास चार-पांच आवारा जानवर झगड़ते हुए आये, जिन्होने से स्कूटी से नीचे गिरा दिया, जिसके कारण उसके दांये पांव की हड्डी टूट गई।
नोटिस एड. निरंजन सोनी ने अपनी मुवक्किला को हुए शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक नुकसान के क्लेम का दावा करते हुए दो माह में आवारा पशुओं को पकड़कर पशु गृह आदि में भिजवाने की व्यवस्था करने को कहा है। ऐसा नहीं होने पर सक्षम न्यायालय में आपराधिक एवं सिविल कानूनी कार्यवाही करने की भी चेतावनी दी है।