
जिला कलेक्टर द्वारा चूरू जिले में चाइनीज मांझे पर रोक के बाद स्थानीय प्रशासन ने मुनादी करवाने के बाद मात्र 8 चरखी चाइनीज मांझा पकडक़र अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। लेकिन बाजार में चाइनीज मांझा प्रशासन की दिखावटी सख्ती के बाद मंहगे दामों में पिछले दरवाजे से धड़ल्ले से बिक रहा है। प्रशासन द्वारा गत दिवस मात्र 8 चरखी चाइनीज मांझा पकडऩे की लिपापोती भरी कार्यवाही के बाद दो मासूमों का चोटिल होना प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। प्रशासन की इस औपचारिकता पूर्ण कार्यवाही के बाद भी चाइनीज मांझे की बिक्री रोकने में नाकाम अधिकारियों पर जिलाधीश क्या कोई कार्यवाही करने की जहमत उठा पायेंगे। यह एक विचारणीय प्रश्न है, जो प्रत्येक शहरवासी के दिमाग में है।
जिला कलेक्टर की रोक के बाद प्रशासन की कार्यवाही के बाद भी चाइनीज मांझे की बिक्री को लेकर प्रशासन पुख्ता व प्रभावी कार्यवाही करने से आखिर क्यों कतरा रहा है। गली कूंचों के छोटे दुकानदारों पर कार्यवाही कर अपनी पीठ थपथपाने वाला प्रशासन क्या बीच बाजार में बैठे थोक व्यापरियों की दुकानों एवं गोदामों पर छापामार कार्यवाही करने की हिम्मत जुटा पायेगा। ऐसा लग रहा है कि प्रशासन चाइनीज मांझे की ब्रिकी पर कारवाई करने के नाम पर लीक पीटता नजर आ रहा है। वहीं यह भी सुनने में आया है कि प्रशासन के कार्यवाही के लिए जिम्मेदार विभागों के कर्मचारी चाइनीज मांझा बेच रहे दुकानदारों से अपने बच्चों के लिए बिना पैसे चुकाये चाइनीज मांझा लेकर जा रहे हैं और कार्यवाही की पूर्व सूचना देने का भरोसा दे रहे हैं।