स्थानीय दुलियां बास स्थित परशुराम गार्डन में बालाजी सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीगणेश चतुर्थी महोत्सव का गणेश प्रतिमा के विसर्जन के साथ समापन हो गया। दो सितम्बर को शुरू हुए गणेश चतुर्थी महोत्सव के दौरान वीर हनुमान बालाजी मस्त मण्डल द्वारा सुन्दरकाण्ड पाठ किया। भगवान गणेश का जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। इसके पश्चात स्थानीय कलाकारों द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। गुरूवार रात्री को दिल्ली के रविओम त्रिशुली द्वारा गणेश वंदना की झांकी के साथ जीवन्त झांकियों की प्रस्तुति का सिलसिला शुरू किया गया, जो देर रात तक जारी रहा।
जीवन्त झांकियों को भजनों के सुर-ताल के साथ नृत्य करते हुए देखने के लिए श्रद्धालु शुक्रवार सुबह करीब तीन बजे तक डटे रहे। भजन संध्या एवं जीवन्त झांकियों को देखने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का सिलसिला गुरूवार शाम शुरू हुआ, जो देर रात तक जारी रहा। भजन संध्या में कलाकारों ने एक से बढक़र एक भजनों की प्रस्तुतियां दी। शुक्रवार सुबह आयोजन स्थल पर हवन किया गया। जिसमें यजमानों ने सपत्निक विराजमान होकर विद्वान पंडित श्यामसुन्दर शर्मा व रविकान्त शर्मा के वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन कुण्ड में आहूतियां दी।
दोपहर पश्चात भगवान गणेश का विसर्जन जुलूस निकाला गया। जो परशुराम गार्डन से शुरू हुआ। जुलूस में युवक-युवतियां डीजे की धुन पर नाचते हुए चल रहे थे। जगह-जगह भगवान गणेश की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा की गई। इस आठ दिवसीय आयोजन को सफल बनाने में समिति के सुनील सोनी, बलराम सोनी, गोविन्द प्रजापत, नोरतन सामरिया, रवि प्रजापत, महेन्द्र चोटिया, विमल सैन सहित अनेक कार्यकर्ता जुटे हुए थे।