
कस्बे की निवासी एवं बैंगलोर प्रवासी हीरालाल मालू की धर्मपत्नी सायर मालू ने आचार्य महाश्रमण के लाडनूं प्रवास के दौरान लिये गये अपने संकल्प को पूरा करते हुए करीब एक करोड़ साठ लाख रूपये कीमत के सोने, चांदी, हीरे, मोती के आभूषणों का त्याग कर बैंगलोर चातुर्मास समिति को सौंप दिये। बसन्त बोरड़ ने बताया कि श्रीमती सायर मालू ने आचार्य महाश्रमण के लाडनूं प्रवास के दौरान सायर मालू ने आचार्यश्री से बैंगलोर चार्तुमास के लिए अरदास करने के साथ ही बैंगलोर चार्तुमास की आचार्य श्री द्वारा स्वीकृति देने पर अपने समस्त गहनों का जीवन पर्यन्त त्याग करने तथा बैंगलोर चार्तुमास समिति को सौंपने का संकल्प लिया था। जिसे पूर्ण कर समाज में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया।