
होली से एक दिन पहले मंगलवार को कस्बे में लुहारा गाडा स्थित अखण्डानाथ गींदड महोत्सव समिति द्वारा होली की बंदौरी निकाली गई। लुहारागाडा से शुरू हुई बंदौरी स्टेशन रोड़, घंटाघर, गांधी चौक, लाडनूं बस स्टैण्ड सहित कस्बे के प्रमुख मार्गों से होते हुए लुहारा गाडा चौक पंहूच कर सम्पन्न हो गई। बंदौरी में लोगों ने अनेक प्रकार के स्वांग रच रखे थे। डीजे पर होली के गीतों की धुन पर थिरकते मस्तानों की टोलियां बाजार में लोगों के आकर्षण का केन्द्र थी। इससे पूर्व सोमवार रात्री को लुहारा गाडा में आयोजित गींदड़ महोत्सव में उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मा. भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि होली मस्ती और मौज का त्यौंहार है, जिससे प्रत्येक वर्ग के लोगों में प्रेम व भाईचारा बढ़ता है। मेघवाल ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
तत्पश्चात मेघवाल गींदड़ खेलने से खुद को रोक नहीं पाये और उन्होने स्वयं गींदड़ खेली। बाबा अखण्डानाथ गींदड़ महोत्सव समिति के कार्यक्रम में सभापति सिकन्दर अली खिलजी, उपसभापति बाबूलाल कुलदीप, राधेश्याम अग्रवाल, विद्याद्यर बेनीवाल, जंवरीमल डूंखवाल, हनुमान छरंग, तिलोकाराम दैया, झूमरमल गुर्जर, मूलचन्द तिवाड़ी, पवन गोदारा, जुगराज टेलर, शम्भूदयाल नाई, मांगीलाल टोकसिया, रामवतार शर्मा, धर्मेन्द्र कीलका, सुरेश कुमार शर्माआदि का गींदड़ समिति की ओर से स्वागत किया गया। पंाचीराम नाई, गजानन्द जांगीड़, राजू गोदारा, गोपाल राखेचा, विद्याप्रकाश बागरेचा, चम्पालाल तंवर, बजरंगलाल बोदलिया, श्यामसुन्दर जड़िया, बजरंगसिंह नारनौत, संदीप कोठारी, विमल गोदारा आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन घनश्यामनाथ कच्छावा ने किया।