पुलिस ने प्रदेश के वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ ने पत्रकारों को बताया कि गत दिनों पुलिस द्वारा डकैती व अपहरण की योजना बनाते हुए आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार आरोपियों से की गई पुछताछ में वाहन चोर गिरोह का खुलासा हुआ है। एसपी ने बताया कि आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार आरोपी लक्ष्मणराम पुत्र गणपतराम जाट निवासी परेवड़ी पुलिस थाना चितावा जिला नागौर ने पुछताछ में चोरी के वाहन बेचने की बात कबूल करते हुए बताया कि हत्या के आरोप में टोंक जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मनोज जाट निवासी रोड़ू पुलिस थाना डीडवाना जिला नागौर से उसके गहरे सम्बन्ध है तथा उसने मनोज जाट द्वारा उसके पास भेजे गये चोरी के 7-8 वाहनों को उसने आगे कम कीमत पर बेचे हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी ने एक बोलेरो गाड़ी जिस पर नम्बर आरजे 10 युए 0811 की नम्बर प्लेट लगी हुई है, को आरोपी लक्ष्मणराम ने एक अन्य आरोपी महेन्द्र पुत्र रामेश्वरलाल जाट निवासी बीदासर को बेचा था। महेन्द्र को पूर्व में लक्ष्मणराम के साथ डकैती व अपहरण की योजना बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया गया था। डकैती व अपहरण की योजना बनाने में इसी वाहन का प्रयोग हुआ था। जांच में बोलेरो पर लिखे नम्बरों से दूसरे वाहन का पंजीयन होना पाया गया। इसी प्रकार एक सफारी गाड़ी आरजे14 युबी 7156 आरोपी लक्ष्मणराम की सूचना पर गोपालपुरा के पास से एक कारखाने से बरामद की है, जो कि जयपुर से चुराई गई थी। जिसका मुकदमा शिप्रापथ थाने में दर्ज है। एक थार जीप नं. आरजे 21 युए 8323 की नम्बर प्लेट लगी हुई है, आरोपी लक्ष्मणराम द्वारा धर्मपाल उर्फ महिपाल जाट निवासी खोजास जिला झुंझुनू के माध्यम से महेन्द्रसिंह पुत्र झब्बरसिंह जाति राजपूत निवासी सिलनवाद तहसील लाडनूं को बेची गई, जो महेन्द्र के घर से बरामद की गई।
जिसके बारे में जयपुर के बजाज नगर थाने में 15 सितम्बर 2015 को चोरी का मामला दर्ज हुआ है। एक वाहन बोलेरो एसएलएक्स बिना नम्बरी लक्ष्मणराम द्वारा पप्पू मण्डीवाल पुत्र गोरूराम जाट निवासी ढ़ाणी मण्डीवाल तहसील फतेहपुर को बेची गई है, को पप्पू के खेत से बरामद किया गया है। जिसकी चोरी का मामला जयपुर के मानसरोवर थाने में 07 सितम्बर 2015 को दर्ज हुआ है। जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बरामद सभी वाहन टोंक जेल में बंद आरोपी मनोज रोड़ू द्वारा लक्ष्मणराम के पाच बेचने के लिए भिजवाये गये थे। जिन्हे उसने चोरी के हैं तथा इनके कोई दस्तावेज नहीं है, ये जानते हुए भी कम कीमत पर बेचे। बारहठ ने बताया कि इनके अलावा भी और कईं वाहनों के लक्ष्मणराम के माध्यम से बेचे जाने की सम्भावना है। जिसके बारे में आरोपी से गहनता से पुछताछ की जा रही है। टोंक जेल में बंद आरोपी मनोज रोड़ू को भी प्रोडक्शन वारंट पर लाया जायेगा तथा उससे भी पुछताछ की जायेगी। एसपी ने बताया कि चोरीशुदा वाहनों को खरीदने वाले एवं इस गैंग में आने वाले अन्य सभी संदिग्धों से भी गहनता से पुछताछ कर और वाहनों की बरामदगी के प्रयास किये जा रहे हैं। एसपी ने बताया कि चोरीशुदा वाहनों व समस्त आरोपीगणों के खिलाफ सुजानगढ़ थाने में अलग-अलग प्रकरण पंजीबद्ध किये गये हैं। चोरी हुए बरामदशुदा वाहनों के सम्बन्ध में संदिग्ध पप्पू मण्डीवाल, धर्मपाल उर्फ महिपाल व महेन्द्रसिंह से गहन पुछताछ जारी है। पत्रकार वार्ता में पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी व सीआई कुलदीप वालिया भी उपस्थित थे।
लक्ष्मीनाथ मन्दिर का भी लिया जायजा
पुलिस अधीक्षक राहूल बारहठ ने लक्ष्मीनाथ मन्दिर जाकर मूर्ति चोरी प्रकरण की जानकारी ली। एसपी ने मन्दिर में जाकर मौका मुआयना किया। इस दौरान उनके साथ पुलिस उपाधीक्षक हेमाराम चौधरी भी थे। इस अवसर पर पुजारी गजानन्द मिश्रा, बबलू मिश्रा, विजयशंकर मिश्रा, सुनील मंगलुनिया सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
पुलिसकर्मी होंगे सम्मानित
अपहरण एवं पैट्रोल पम्प लूट की योजना बनाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने वाले पुलिस के एसआई सहित पांच जनों को सम्मानित किया जायेगा। सीआई कुलदीप वालिया ने एसपी राहूल बारहठ व पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी की उपस्थिति में बताया कि एसआई किशनलाल, हैड कांस्टेबल राजेन्द्र, कांस्टेबल महावीर, विजेन्द्र, करणाराम को सम्मानित किया जायेगा।