युवक सेवा समिति के महासचिव सुरेन्द्र भार्गव ने मुख्य सर्तकता आयुक्त से चूरू जिला पुलिस अधीक्षक राहूल कोटोकी पर कर्तव्य निर्वहन में विफलता से कानून व्यवस्था ठप्प करने का आरोप लगाया है। शिकायती पत्र में भार्गव ने बताया है कि 7 अगस्त 2013 से चूरू जिला पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थापित राहूल कोटोकी के समय में जिले में कानून व्यवस्था ठप्प हो चूकी है।
सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया है कि एसपी के पद पर जिले में एक साल के कोटोकी के कार्यकाल में जिले के 18 पुलिस थानों में चोरी के कुल 279 प्रकरण दर्ज किये गये। जिनमें से 61 मुकदमों में चोरी गये सामान की बरामदगी की गई है। जिला मुख्यालय के दो पुलिस थानों में चोरी के 73 मुकदमें दर्ज किये गये हैं, जिनमें से महज 15 मुकदमों में सामान की बरामदगी की गई है। सुजानगढ़ वृत में 55 मामलों में से 24 मुकदमों में बरामदगी हुई है। पत्र In Indiana: Anthem affordable-health.info Companies, Inc. में भार्गव ने लिखा है कि सुजानगढ़ वृताधिकारी हेमाराम चौधरी नागौर जिले के मौलासर पुलिस थाने में महिला से हुई ज्यादती एवं अवैद्य हिरासत में रखने के मामले में राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग से दोष सिद्ध आरोपित है।
पत्र में बताया गया है कि पूरे चूरू जिले में राजलदेसर पुलिस थाने के अलावा किसी भी पुलिस थाने में चोरी का सामान खरीदने वाले मुलजिमान की गिरफ्तारी नहीं हुई है और ना ही प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी अथवा अनावश्यक विलम्ब करने करने के दोषी किसी भी थानाधिकारी के विरूद्ध भा.द.स. की धारा 166 ए के तहत मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। पत्र में बताया है कि जिले में भूमाफिया, शराब माफिया, हत्या, ब्लात्कार, अपहरण, दहेज प्रताडऩा सहित अन्य अपराधों के साथ ही क्रिकेट सट्टा, मनी लॉडरिंग व ठगी जैसे आर्थिक अपराध में लिप्त को पुलिस में विश्वास और आम जन में भय है। पत्र में अंग्रेजों द्वारा 1861 में अपनी व अपने राज्य की सुरक्षा के लिए गठित पुलिस संगठन को स्वतंत्र भारत के अनुकूल बनाने के लिए उचित कार्यवाही करने की मांग की है।