सिद्धपीठ सालासर धाम स्थित चमेलीदेवी अग्रवाल सेवा सदन में चन्दादेवी दानमल मंत्री द्वारा आयोजित भागवत कथा के तीसरे दिन व्यास पीठ पर विराजमान कथावाचक गिरधर स्वामी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को कथा का रसपान करवाते हुए कहा कि संकट के समय सच्चे भक्तों की एक करूण पुकार पर भगवान नंगे पांव दौड़े चले आते हैं।
स्वामी जी ने भगवान के अनन्य भक्त जड़ भरत, अजामिल चरित्र, प्रहलाद चरित्र तथा नृसिंह अवतार के प्रसंगों का अमृतपान करवाते हुए कहा कि भगवद् भक्ति से बढ़कर इस कलिकाल में कुछ भी नहीं है। कथा के आरम्भ होने पर आयोजक चन्दादेवी-दानमल मंत्री ने भागवत जी की आरती उतारी। कथा के आयोजन को सफल बनाने में हरगोविन्द मंत्री, प्रमोद मंत्री, आनन्द मंत्री, प्रभात मंत्री, प्रशान्त मंत्री, सुशान्त मंत्री, प्रवीण मंत्री, आशीष मंत्री जुटे हुए हैं। कथा का श्रवण करने के लिए देवकीनन्दन पुजारी सहित सालासर व आस-पास के अनेक पुरूष व महिलायें पंहूच रही है।
स्वामी जी की बात बरोबर ह। भगवान की भक्ति के बराबर कुछ भी नही ह