शरद पुर्णिमा का सालासर बालाजी का लक्खी मेला परवान चढऩे लगा है। मेले में प्रदेश के अलावा पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित देश के अनेक प्रदेशों से बालाजी के भक्तों के आने का सिलसिला जारी है। सालासर आने वाला प्रत्येक रास्ता बालाजी के भक्तों से अटा पड़ा है। लाल ध्वजा लाल निशान – जय बाबा की जय हनुमान, इक्की दुक्की पान की जय बोलो हनुमान की, राम लक्ष्मण जानकी जय बोलो हनुमान की सहित अनेक जयकारों से सालासर धाम आने वाले रास्ते गुंजायमान हो रहे हैं।
सालासर का कोना-कोना राम व हनुमान मय हो रहा है। लाल सिंदूर से सालासर की सड़कें सिन्दूरी हो गई है। बालाजी के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सेवार्थ स्वयंसेवी संस्थाओं एवं भक्तों ने रास्तों में तथा सालासर में अनेक नि:शुल्क भण्डारे शुरू कर दिये हैं। भण्डारों में चाय, नाश्ता, खाना, दवाई, मालिश की व्यवस्था श्रद्धालुओं की सेवार्थ की गई है। हनुमान सेवा समिति द्वारा बालाजी के भक्तों को आराम से दर्शन हो इसके लिए करीब दस किमी लम्बी छायादार रैंलिंग बनाई है। रैलिंग में कतारबद्ध श्रद्धालुओं के लिए पानी के पाऊच, नींबू पानी, टॉफी, टॉयलेट, आदि की व्यवस्था की गई है। हनुमान सेवा समिति अध्यक्ष विजय कुमार पुजारी ने बताया कि मेले में निजी सुरक्षा के लिए 62 क्लोज सर्किट कैमरे लगाये गये हैं। मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आने से धर्मशालाओं में श्रद्धालुओं को जगह नहीं मिल पा रही है।