कलेक्टर रोहित गुप्ता ने शुक्रवार को पंचायत समिति सभागार में उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों की एक बैठक लेकर विभागवार कार्यों की समीक्षा कर सरकार की योजनाओं के सही क्रियानव्यन की जानकारी ली। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि अधिकारी संवेदनशीलता के साथ कार्य करें ताकि जनता में अच्छा संदेश जाए व सरकार की मंशा के अनुरूप जरूरतमदों को योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने बीसीएमओ डॉ. महेश वर्मा से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि घर में प्रसव होने का प्रतिशत करीबन 12 है।
जिस पर कलेक्टर ने विकसित क्षेत्र में यह प्रतिशत चौंकाने वाला है। जिस पर उन्होंने एसडीएम फतेह मोहम्मद को निर्देश देते हुए कहा कि सभी ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केन्द्रों की जांच कर दाईयों पर कार्रवाई की जाये। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी ग्रामीण लीलावती से कुपोषित बच्चों के आंकड़े मांगे तो उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 0 से 5 वर्ष तक का एक भी बच्चा कुपौषित नहीं है तो उन्होंने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आपका सर्वे ही फर्जी है, जिसे दुबारा करवाया जाए। इसी क्रम में बाल विकास परियोजना अधिकारी शहरी पृथ्वीपाल मीणा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 3340 में से 23 बच्चे कुपोषण का शिकार हैं।
इस अवसर पर कलेक्टर ने नरेगा, वाटर हार्वेसटिंग, कुंड निर्माण, मुख्यमंत्री बीपीएल आवास, मुफ्त दवा योजना, मुख्यमंत्री पशुधन नि:शुल्क दवा योजना, शहरी आवास योजना, सहित बिजली व पानी के विभागों के अधिकारियो से चर्चा कर स्थिति की जानकारी ली। इससे पूर्व जिप सदस्य पुसाराम गोदारा ने कलेक्टर के प्रथम बार आगमन के अवसर पर माल्यार्पण कर व साफा पहनाकर व शॉल भेंट कर स्वागत किया। बैठक के दौरान विकास अधिकारी विक्रमसिंह राठौड़, तहसीलदार मूलचंद लूणीयां, बीदासर तहसीलदार एसआर वर्मा, पुलिस उप अधीक्षक नितेश आर्य, नायब तहसीलदार सुभाष चौधरी, अधिशासी अभियंता जेआर नायक, जसवंतसिंह, ईओ भगवानसिंह, पशुपालन विभाग के डॉ. मनोज शर्मा, पीएमओ डॉ. सीआर सेठिया, बीईईओ रामनिवास घोटिया, ताराचंद सैनी, प्रगति प्रसार अधिकारी विद्याधर पारीक सहित कई अधिकारी मौजूद थे।