जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं ऊर्जा मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह तथा पूर्व मंत्री डॉ चंद्रभान ने रविवार को सुजानगढ के कोठ्यारी कुंज में हजारों लोगों की उपस्थिति में 806 करोड़ की अनुमानित लागत के आपणी योजना के द्वितीय चरण ‘सुजानगढ-रतनगढ़ वृहद् पेयजल परियोजना का शिलान्यास किया। इस मौके पर जलदाय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने शिलान्यास को क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि गांव-गांव ढाणी-ढाणी में पीने के लिए मीठा पानी उपलब्ध कराने की राज्य सरकार की मंशा के मुताबिक ही योजना का द्वितीय चरण स्वीकृत किया गया है। इससे क्षेत्र के करीब 13 लाख लोगों को मीठा एवं शुद्घ पेयजल उपलब्ध हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि हजारों मील दूर से लाकर मीठा पानी लोगों को उपलब्ध कराना एक बड़ा ही चुनौतीपूर्ण कार्य है लेकिन सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति और लोक कल्याण की भावना ने इसे संभव कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि आमजन को बेहतर पेयजल सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार ने 7500 सिंगल फेज व ट्यूबवैल स्वीकृत किए हैं तथा राज्यभर में 42 पेयजल परियोजनाएं स्वीकृत की हैं, जिनमें से 35 परियोजनाओं के टेंडर कर दिए गए हैं। ऊर्जा मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने क्षेत्र के भासीणा गांव में 132 केवी जीएसएस की अपनी घोषणा को दोहराते हुए कहा कि प्रदेश में पिछले साढ़े तीन साल में 3500 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया गया है और वर्ष 2013 तक 5000 मेगावाट बिजली के उत्पादन के साथ हम विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देश में अव्वल स्थान पर होंगे। विद्युत सेवाओं की बेहतरी के लिए एक हजार इंजीनियरों की भर्ती की जा रही है। उन्होंने जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, पशुओं के लिए नि:शुल्क दवा योजना व अन्य कल्याणकारी योजनाओं की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना को ऐतिहासिक योजना बताया और कहा कि दुनिया में दूसरी कोई ऐसी जगह नहीं है, जहां करीब सात करोड़ लोगों को नि:शुल्क दवा वितरण योजना से जोड़ा गया हो। पूर्व मंत्री डॉ चंद्रभान ने कहा कि चूरू जिला भौगोलिक दृष्टि से विकट परिस्थितियों वाला क्षेत्र है और यहां भूजल खारा है लेकिन सरकार के कल्याणकारी प्रयासों की वजह से यहां की कई तहसीलों में लोगों को मीठा पानी मिल रहा है और अब सुजानगढ-रतनगढ़ क्षेत्र को भी मीठा पानी मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में पेयजल स्रोतों पर 24 घंटे बिजली आपूर्ति के जरिए आमजन को बेहतर सुविधाएं दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है तथा प्रदेशभर में अनेक पेयजल परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा आमजन के कल्याण के लिए अनेक योजनाओं की शुरुआत की गई है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इन योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र एवं जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचे।
राज्यसभा संासद नरेंद्र बुढानिया ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में सभी वर्गों के लिए अभूतपूर्व योजनाओं की शुरुआत की है और राजस्थान जैसी कल्याणकारी योजनाएं देश के किसी भी दूसरे प्रदेश में नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां के जनप्रतिनिधियों के अथक प्रयासों से आपणी योजना के द्वितीय चरण के रूप में जो शुरुआत हुई है, उसका लाभ यहां के लाखों लोगों को मिलेगा। सुजानगढ विधायक एवं पूर्व मंत्री मा. भंवर लाल मेघवाल ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों को मीठा पानी उपलब्ध कराना उनका एक स्वप्न था, जो आज इस शिलान्यास के रूप में साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से क्षेत्र के गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में अमृत जैसा मीठा एवं शुद्घ पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि परियोजना से शहरों में 100 लीटर प्रति व्यक्ति तथा गांवों में 70 लीटर पानी प्रति व्यक्ति प्रतिदिन उपलब्ध हो सकेगा। चूरू विधायक हाजी मकबूल मंडेलिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार पूरी संवेदनशीलता और पारदर्शिता के साथ काम कर रही है और इस क्षेत्र की पेयजल समस्याओं के समाधान के लिए 806 करोड़ की पेयजल परियोजना इसी संवेदनशीलता का एक नमूना है। रतनगढ विधायक राजकुमार रिणवां ने परियोजना की स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया और विधायक भंवर लाल मेघवाल के भागीरथ प्रयासों की सराहना की। पूर्व विधायक पं. जयदेव प्रसाद इंदौरिया, पूर्व प्रधान पूसाराम गोदारा ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन घनश्यामनाथ कच्छावा एवं शम्सुद्दीन स्नेही ने किया। अभिनेष महर्षि ने आभार जताया।
इससे पूर्व जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, डॉ चंद्रभान ने रिमोट से शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया। इस मौके पर कृषि विपणन राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी गुरमीत सिंह कुन्नर, जिला प्रमुख श्रीमती कौशल्या देवी पूनिया, कलक्टर विकास एस भाले, पूर्व संसदीय सचिव इंद्रसिंह पूनिया, पूर्व मंत्री हमीदा बेगम, पूर्व विधायक नंदलाल पूनिया, सुजानगढ प्रधान नानीदेवी, रतनगढ प्रधान संतोष तालणियां, रफीक मंडेलिया आदि भी मंचस्थ थे। आरंभ में पूर्व जिला प्रमुख डॉ बनारसी मेघवाल, शहर ब्लॉक कांग्रेस प्रदीप तोदी, रमेश इंदौरिया, मेघराज सांखला, बाबूलाल दुग्गड़, छापर नगरपालिका अध्यक्ष सुनीता पारीक, पूर्व सरपंच सविता राठी आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान एसपी ओमप्रकाश, एडीएम सत्तार खान, सीईओ राजेंद्र सिंह कविया, पूर्व जिला प्रमुख भंवर लाल पुजारी, नगरपालिका सुजानगढ़ में प्रतिपक्ष नेता रामनारायण प्रजापत, धर्मेन्द्र कीलका, महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव उषा बगड़ा, केसरदेवी मेघवाल, नगर अध्यक्ष रामवतार मंगलहारा, एएसपी अनिल कयाल, पीएचईडी के मुख्य अभियंता रूपाराम मेघवाल, बीसूका उपाध्यक्ष आसाराम सैनी, उप जिला प्रमुख सोहन लाल मेघवाल, संस्कृतिकर्मी केसी मालू, तहसीलदार मूलचंद लुणियां, आपणी योजना के अधीक्षण अभियंता एसके शर्मा, सीएमएचओ डॉ अजय चौधरी, जमील चौहान, डा.चयनिका उनियाल, अजीत सिंह शेखावत, विकास बेनीवाल, विकास मील, रघुनाथ खेमका, विकास अधिकारी विक्रम सिंह आदि मौजूद थे। वीणा कैसेट्स की सुप्रिया ने ‘मरूधर में गंगा ल्याया…Ó और ‘गंगा आई मरूधर में…Ó गीतों की जोरदार प्रस्तुति देकर मन मोह लिया।
बुक मांड मांग्यो पानी
चूरू जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता पं. जयदेवप्रसाद इन्दौरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के सालासर आगमन पर उन्होने उनसे सुजानगढ व रतनगढ़ की जनता को खारे पानी से निजात दिलाकर मीठा पानी पिलाने के लिए गंगा का पानी लाने की मांग की थी। जिसे बाद में उन्होने विधानसभा सत्र के दौरान बुक मांड कर पानी पिलाने की मांग मुख्यमंत्री जी से की थी।
14 बार उठाई मांग
रतनगढ़ विधायक राजकुमार रिणवां ने अपने सम्बोधन में कहा कि गंगा को स्वर्ग से धरती लाने वाले भागीरथ से पहले दो जने ओर भी थे। लेकिन उन्हे भुला दिया गया। जो प्रगट करता है, उसे ही याद रखा जाता है। रिणवां ने कहा कि विधानसभा में उन्होने 14 बार क्षेत्र की पेयजल समस्या के निदान के लिए आपणी योजना की स्वीकृति की मांग को सरकार के समक्ष उठाया है।