सुजानगढ़ : आचार्य महाश्रमण के शासनश्री शिष्य मुनि हीरालाल, सेवाकेन्द्र व्यवस्थापक मुनि रमेश कुमार के सानिध्य में बोधि दिवस व चातुर्मासिक चवदश का कार्यक्रम दस्साणी भवन में आयोजित हुआ। मुनि हीरालाल ने तेरापंथ धर्मसंघ की मर्यादा, व्यवस्था बताते हुए मर्यादा पत्र-हाजरी का वाचन किया। मुनि रमेश कुमार ने कहा कि जीवन भव्य जागरण है, जीना है तो मनुष्य को जगना ही होगा। जागकर जीने वाले व्यक्ति ही जीवन का आनन्द ले सकते है। मुनि ने कहा कि जो तपता नहीं वो पकता नहीं। मुनि अक्षय कुमार, मुनि विकास कुमार ने गीत पेश किये। सुनीता भूतोड़िया ने भिक्षु अष्टकम से मंगलाचरण किया। जतनमल बैद, प्रताप राखेचा, तिलोकचन्द कोचर, सरोज बैद, नेहा बोकड़िया, उमराव देवी आदि वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट किये। मधु डोसी ने संचालन किया।