सामंजस्य ही संस्कार सुरक्षा कवच : मुनी रमेश

सुजानगढ.: कस्बे के तेरापंथ महिला मण्डल द्वारा सामंजस्य है सफलता की आधारशिला विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला व संस्कार निर्माण शिविर का आयोजन किया गया। दस्साणी भवन में आयोजित कार्यशाला में उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए आचार्य महाश्रमण के शिष्य मुनी रमेश कुमार ने सामंजस्य व सद्संस्कार जीवन में सफलता के सूत्र हैं। व्यक्ति जितना अनाग्रही होगा वह हर परिस्थिति में सामंजस्य स्थापित कर लेता है। अनाग्रह का दृष्टिकोण जोङता है, वहीं आग्रह का दृष्टिकोण तोङता है। मुनी रमेश कुमार ने कहा कि वर्तमान में सामंजस्य के अभाव में परिवार व समाज टूट रहे है। हमे एक-दूसरे के विचारों में समन्वय बनाने की महती आवश्यकता है। सामंजस्य ही संस्कार सुरक्षा कवच है। जो हमारी सदा रक्षा करता है। कार्यशाला में अन्य कई गतिविधियों का भी संचालन किया गया। कार्यशाला का संयोजन राजकुमारी भूतोङिया ने किया। उक्त जानकारी निर्मल भूतोङिया ने दी।

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