तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण ने मानव सेवा संस्थान द्वारा संचालित प्रकल्प शिशु विकास यतन में पंहूचकर वहां अध्ययनरत विद्यार्थियों को आर्शीवाद देते हुए मंगलाचरण सुनाया। आचार्य महाश्रमण ने नशा मुक्ति का संदेश देते हुए कहा कि नशा नाश का द्वार है। नशा समाज में विकास को अवरूद्ध करता है। नशा रहित समाज बनाने के लिए समाज का सहयोग करने की प्ररेणा दी। बच्चों ने आचार्य श्री के चरणों में नशा नहीं करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर संस्थान के समन्वयक माणकचन्द सराफ, कोषाध्यक्ष नोरतनमल छाजेड़ सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।