राठी अस्पताल की मालकिन सविता राठी व बाबूलाल सैनी के खिलाफ इलाज में लापरवाही बरतने का मामला दर्ज

In safe hands

ईलाज में लापरवाही के आरोप में कस्बे के राठी हॉस्पीटल मालकिन सविता राठी व संचालक बाबूलाल सैनी सहित चार अन्य खिलाफ स्थानीय पुलिस थाने में मामला दर्ज हुआ है। पप्पूराम पुत्र धन्नाराम जाति नाई निवासी जिनरासर ने एसीजेएम न्यायालय के इस्तगासे के द्वारा पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर में बताया कि तीन वर्ष पूर्व पेट में दर्द होने पर उसने मनोहरीदेवी राठी अस्पताल में डा. प्रकाश राठी को दिखाया था। डा. राठी ने हर्निया की बिमारी बताते हुए ऑपरेशन करवाने की सलाह दी।

डा. राठी व उनकी पत्नि सविता राठी ने अस्पताल में ही सभी सुविधा एवं साधन उपलब्ध होने व ऑपरेशन के बाद जल्द स्वस्थ होने का विश्वास दिलाया। 18-08-2010 को पप्पूराम अस्पताल में भर्ती हो गया तथा उससे रूपये जमा लेकर इलाज शुरू कर दिया। 20 अगस्त की रात्री को मुस्तगिस को ऑपरेशन थियेटर में ले गये, जहां पर बाबूलाल सैनी व चार अन्य स्टाफ भी था, जिन्होने डा. प्रकाश राठी के थोड़ी देर में आने का कहते हुए ऑपरेशन की तैयारी शुरू कर दी। कुछ देर बाद ही सविता राठी व एक नर्स ने आकर बताया कि डा. राठी की तबियत खराब हो गई, वे नहीं आयेंगे। तब बाबूलाल सैनी ने कहा कि छोटा सा ऑपरेशन है, मै कर दूंगा। इस पर सविता राठी ने सहमति देते हुए कहा कि बाबूलाल सैनी डॉक्टर ही है।

ऑपरेशन वाली जगह पर सुन्न करने के बाद बिना अधिकार, हक के लापरवाही से ऑपरेशन किया। बाहर खड़े मेरे परिजनों ने जब पुछा कि डा. राठी क्यों नहीं आये, तब बाबूलाल ने कहा कि मैं डॉक्टर ही हूं, मैने ऑपरेशन कर दिया, जाली लगाने की जरूरत नहीं है। तीन-चार दिन अस्पताल में रखने के बाद 24 अगस्त को छुट्टी देते हुए पांच दिन बाद आकर टांके खुलवाने और फज्ञईल अपने पास जमा रहने को कहा। घर आने पर ज्यादा दर्द होने पर मेरे भाई ने डा. राठी के पास जाकर उन्हे जानकारी दी। जिस पर उन्होने कम्पाउण्डर हनुमान रैगर को भेजकर इंजेक्शन लगवाया। जिससे कुछ देर आराम रहने के बाद ज्यादा दर्द होने पर मनोहरीदेवी राठी अस्पताल लाकर डा. प्रकाश राठी को घरवालों ने मुझे दिखाया। मेरी जांच करने के बाद डा. राठी ने कहा कि इन्फेक्शन हो गया है, मवाद पड़ गई है। दुबारा ऑपरेशन थियेटर में ले जाकर डा. प्रकाश राठी व बाबूलाल सैनी ने दुबारा ऑपरेशन किया और कहा कि मवाद निकालकर दुबारा टांके लगा दिये हैं।

कुछ दिन दवाई व इंजेक्शन लेने के बाद भी तकलीफ कम नहीं होने पर डा. राठी को वापस दिखाने पर उन्होने एक बार जयपुर दिखाने को कहा। 15 अक्टूबर को जयपुर के राजधानी अस्पताल में डा. हरिसिंह से जांच करवाने पर उन्होने बताया कि सुजानगढ़ में ऑपरेशन के दौरान रूई, धागे, गाज आदि शरीर में ही छोड़ दी तथा तुम्हारा एक अण्डकोष भी निकाला हुआ है। जिससे शारीरिक दुर्बलता व सन्तानोत्पति में असक्षम होने एवं हमेशा इलाज लेना पड़ेगा, ऐसा बताया। जयपुर से आने के बाद डा. राठी से मिलने पर उन्होने स्वयं व अपने सम्पूर्ण स्टाफ की लापरवाही को स्वीकार करते हुए इलाज की मूल फाईल देने के लिए आजकल करते रहे। डा. प्रकाश राठी, सविता राठी व बाबूलाल सैनी ने किसी प्रकार की कानूनी कार्यवाही नहीं करने के लिए कहते सही इलाज होने तक सम्पूर्ण खर्चा वहन करने का वादा किया। डा. प्रकाश राठी के देहान्त के बाद आरोपियों ने तुम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते की धमकी देते हुए फाईल देने से इंकार कर दिया।

फिर तबियत खराब होने पर एस.एम.एस. अस्पताल में एक बार फिर ऑपरेशन करवाना पड़ा, जिसका अभी तक इलाज चल रहा है। परेशान होकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जांच करवाने पर रिपोर्ट में मेरा अंग-भंग होना व अण्डकोष निकाला हुआ बताया गया। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि डा. प्रकाश राठी व सविता राठी ने अनुचित तरीके से लाभ कमाने के उद्देश्य से बाबूलाल सैनी को डॉक्टर बताकर घोर लापरवाही से मेरा हर्निया का ऑपरेशन करवाया। जिससे अंगभंग होने और अण्डकोष निकालने के बाद सामान्य आदमी की तरह जीवन करने योग्य नहीं छोड़ा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

1 COMMENT

  1. Sala ye Babulal Saini ne 10th Class bhi pass nai kiya hai aur pure sujangarh main Doctor ban ke ghumta hai. Ese logon ko to Jail main daldena chahiye warna pata nai kitne logon ko marega.

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